क्या सनस्क्रीम बना रही है आपकी हड्डियाँ कमजोर Side-Effects of Sunscream

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sunscream effects
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क्या सनस्क्रीम बना रही है आपकी हड्डियाँ कमजोर

आज डॉक्टर के पास जाते ही आपको कैल्शियम व विटामिन डी की कमी बता देते है ?क्या आप भी इस समस्या से जूझ रहे है ?

आज कोई भी AC ,कूलर से बाहर नही निकलना चाहता ,यदि निकलते भी है तो सनस्क्रीम और सन -ग्लासेस के बिना नहीं।

सूरज की तेज़ रोशनी व पराबैगनी किरणों के प्रभाव से बचने के लिए हम सनस्क्रीम लोशन का इस्तेमाल करते है पर क्या आप जानते है  नित्य इसका इस्तेमाल आपकी हड्डियों को कमजोर बना रहा है।

अधिक सनस्क्रीम लगाने से हमारी सूर्य की किरणों को अवशोषित करने की क्षमता कम हो जाती है और हमारा शरीर पूर्ण मात्रा में विटमिन डी ग्रहण नहीं कर पता, यह सर्वेक्षण हाल ही में रिसर्च में सामने आया  है।

हाल ही कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में हुई रिसर्च के अनुसार नियमित और अधिक मात्रा में सनस्क्रीन लगाने पर हमारे शरीर में विटामिन डी की कमी होने लगती है। सनस्क्रीन त्वचा की सूर्य की किरणें अवशोषित करने की क्षमता कम कर देती है जिससे हमारे शरीर में  जरूरत के मुताबिक विटामिन डी नहीं बन पाता है। अमरीकन ऑस्टियोपैथिक असोसिएशन के जर्नल में भी यह स्टडी पब्लिश हुई है।

 कुछ समय के लिए सूरज की किरणों का संपर्क में  रहना जरूरी है। 
रिसर्च से जुड़े असिस्टेंट प्रोफेसर किम फोटेंहॉर के मुताबिक सनस्क्रीन लगाने से विटामिन डी उत्पन्न करने की हमारी त्वचा की क्षमता कम हो जाती है। हालांकि सूर्य कि किरणों के सीधा संपर्क से होने वाले नुकसान, स्किन कैंसर आदि से बचने के लिए सनस्क्रीन लगाने की सलाह दी जाती है। इसके बावजूद सूरज की किरणों के संपर्क में थोड़ी देर रहना भी जरूरी माना जाता है। इससे मांसपेशियां और हड्डियां मजबूत होती हैं। ऐसा नहीं होने पर विटामिन डी की कमी से सुस्ती, कमजोरी, मसल्स में थकावट, मूड स्विंग और डिप्रेशन जैसी शिकायतें होने लगती हैं।
इस प्रकार थोड़ी देर के सन-एक्सपोजर से हमे लाभ पहुंचाता है 
रिसर्च के मुताबिक 15 या इससे ज्यादा एसपीएफ वाले सनस्क्रीन का इस्तेमाल करने से 99 प्रतिशत विटामिन डी 3 का प्रोडक्शन कम हो जाता है। ऐसे में जरूरी है कि सप्ताह में दो से तीन बार बिना सनस्क्रीन लगाए सूर्य की रोशनी में तेजी से वॉक किया जाए। ताकि त्वचा का अधिकतम भाग सूर्य की किरणों को अवशोषित कर सके और विटामिन डी की जरूरी मात्रा उत्पन्न कर सके।
शरीर में विटामिन डी का अवशोषण आवश्यक है 

विटामिन डी महत्वपूर्ण पोषक तत्व है जो रक्त में कैल्शियम और फॉस्फोरस का स्तर नियमित रखने के लिए जरूरी है। साथ ही यह कैल्शियम के अवशोषण और हड्डियों के विकास व मजबूती के लिए जरूरी होता है। हालांकि सोया मिल्क, मशरूम और अंडा विटामिन डी के अच्छे स्रोत होते हैं, लेकिन सूर्य की किरणों से बेहतर नहीं। दरअसल हमारा शरीर सूर्य की पराबैंगनी किरणों का इस्तेमाल कर त्वचा में उपस्थित कॉलेस्ट्रॉल को विटामिन डी में परिवर्तित करता है। एक सर्वेक्षण  के मुताबिक सप्ताह में तीन बार 15 मिनट तक सूरज की किरणों में संपर्क में रहकर रोजाना के लिए जरूरी विटामिन डी की उचित मात्रा ली जा सकती है।

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