समान मुद्रा Samaan Mudra
चारों उंगलियों और अंगूठे के ऊपरी छोरो को मिलाने से समान मुद्रा बनती है ,दिन में 5-5 मिनट यह मुद्रा सुबह दोपहर शाम में लगाए।
समान मुद्रा के निरंतर अभ्यास से—–
- शरीर में सभी तत्वों को सम करती है,आप सकारात्मक सोच की ओर बढ़ते है ,
- फेफड़े ,गुर्दे, पेट, अमाशय आदि रोगो में लाभकारी है
- शरीर और मन की शक्ति बढ़ती है।
- शरीर में शक्ति का अनुभव होता है।
- संकल्प शक्ति बढ़ती है,
- ऐश्वर्य और आनन्द की प्राप्ति होती है.
- एकाग्रताऔर मनोबल बढ़ता है
कृपया ध्यान दें उपलब्ध सभी साम्रगी केवल पाठकों की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दी गई है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें।
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