लिवर सिरॉसिस –
Liver Cirrhosis in Hindi
लिवर सिरोसिस यह लिवर से संबंधित बीमारी है, इस बीमारी में सख्त स्कार टिशूस स्वस्थ टिशूस का स्थान ले लेते है जिससे लिवर सुचारू रूप से कार्य करना बंद कर देता है। यदि यह समस्या गंम्भीर रूप से बढ़ जाये तो ऐसे में लिवर फेल हो सकता है। एक स्वस्थ लिवर टिशूस– रक्त शुद्धिकरण, ऊर्जा संचरण, प्रोटीन निर्माण, पाचन तंत्र स्वस्थ रखने और संक्रमण से लड़ने के कार्य करता है। लिवर सिरोसिस के लिए अब तक कोई पक्का इलाज नहीं है, दवाओं से इसके बढ़ने की प्रक्रिया की रोकथाम की जा सकती है, जिससे लिवर की कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त होने से बचाया जा सकता है और इस बीमारी से होने वाली समस्यायों को कम किया जा सकता है.
लिवर सिरॉसिस के लक्षण
- भूख कम लगना
- थकान महसूस होना
- वज़न काम होना
- उल्टी आना
- हृदय गति तेज होना
- त्वचा पर खुजली होना
- बाल झड़ना
- पैरों में टखनों में सूजन और जलन महसूस होना
- बुख़ार, कपकपी होना
- साँस लेने में तकलीफ़
- पेट में सूजन और तरल का भर जाना
- पीलिया
- लेडीज़ में पीरियड्स डिस्टर्ब होना
- दस्त
लिवर सिरॉसिस से पहचान
यदि इनमे से कोई कारण आपको दिखाई दे तो शीघ्र ही जाँच कराये। लिवर सिरॉसिस की पहचान के लिए रक्त जांच कराने की जरुरत होती है, इस जांच लीवर फंक्शन टेस्ट ऑफ कंप्यूट टोमोग्राफी ( सीटी स्कैन), अल्ट्रासाउंड या फिर एक विशेष जांच फाइब्रोस्कैन से लिवर सिरॉसिस की बीमारी की डायग्नोसिस किया जा सकता है।
लिवर सिरॉसिस के कारण
- बहुत अधिक शराब का सेवन।
- मोटापा ,डायबटीज।
- खून में लौह की मात्रा का बढ़ना।
- लिवर में वसा का जमाव।
- ऑटोइम्यून लिवर रोग।
- हेपेटाइटस बी और वायरल सी का संक्रमण।
लिवर सिरॉसिस से बचने के उपाय
- शराब का सेवन बिलकुल बंद करे।
- बीड़ी सिगरेट न पिए।
- चाय का सेवन कम से कम करे।
- नित्य एक्सरसाइज व् प्राणायाम करे।
- ज़ंक फ़ूड के सेवन से बचे।
- वजन अधिक होने पर वजन काम करे।
- संतुलित आहार ले।
- खाने में नमक की मात्रा भी कम रखे।
- स्वस्थ शरीर ही स्वस्थ जीवन का आधार है नियमित व्यायाम,प्राणायाम से ही यह पाया जा सकता है स्वस्थ रहे मस्त