शून्यमुद्रा
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मध्यमा या बीच वाली अंगुली आकाश तत्व को दर्शाती है। इस अंगुली को अंगूठे के निचले हिस्से में रखें और अंगूठे से हल्का दबाकर रखें। बाकी अँगुलियों को सीधा रखें। यह मुद्रा अधिकतम 45 मिनट से 1 घंटे तक लगा सकते है।
शून्यमुद्रा के लाभ
- इस मुद्रा से शरीर का भारीपन कम किया जा सकता है।
- शरीर का किसी अंग का सुन्न होना दूर होता है।
- इस मुद्रा को रोजाना कम से कम एक घंटा करने से कान में दर्द, कान बहना, बहरापन और कम सुनाई देने जैसे रोग दूर होते हैं।
- थायराइड ,हड्डियों की कमजोरी और दिल से जुड़े रोग भी ठीक होते हैं।
- इसे करने से मसूड़े मजबूत होते हैं
- गले के रोग एवं थायराइड रोगों में लाभ होता है।
- आवाज़ साफ होती है।
कृपया ध्यान दें उपलब्ध सभी साम्रगी केवल पाठकों की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दी गई है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें।
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