धनतेरस त्रयोदशी ( धनसमृद्धि का दिन) |धनतेरस पर समृद्धि प्राप्ति के उपाय – Prosperity tips for Dhanteras
आज धनतेरस के खास मौके पर हमारी संस्कृति और मान्यताओं के अनुसार कुछ न कुछ खरीदने का प्रचलन है। वैसे पुरानी मान्यताओं के अनुसार इस खास दिन पर बर्तन खरीदने की प्रथा में लोगों का यकीन काफी अधिक है।दीपावली से पहले धनतेरस पर घर में कुछ खास चीजें लाने से धन की प्राप्ति होती है। धनतेरस यानी अपने धन को 13 गुणा बनाने का दिन,इसके साथ ही एक कथा जुडी हुई है ।
धनतेरस की कथा की मान्यता के अनुसार माँ लक्ष्मी को विष्णु जी का श्राप था कि उन्हें 13 वर्षों तक उनको किसान के घर में रहना होगा। श्राप के दौरान किसान का घर धनसंपदा से भर गया। श्रापमुक्ति के उपरांत जब विष्णुजी लक्ष्मी को लेने आए तब किसान उन्हें रोकना चाहता था तब लक्ष्मीजी ने कहा कल त्रयोदशी है तुम साफसफाई करना, दीप जलाना और मेरा आह्वान करना। किसान ने लक्ष्मी जी के कहे अनुसार ही किया और लक्ष्मी की कृपा प्राप्त की । तब ही से लक्ष्मी पूजन कीप्रथा चल निकली।
5 नवंबर 2018, 6 :05 से 8:01 तक का समय धन तेरस की पूजा के लिये विशेष शुभ है। इस पूजा के बाद धनवंतरी पूजन करना भी जरूरी है। इसके लिए अपने घर के पूजा गृह में जाकर ॐ धं धन्वन्तरये नमः मंत्र का 108 बार उच्चारण करें।
इस दिन भगवान धनवन्तरी समुद्र से कलश लेकर प्रकट हुए थे, इसलिये इस दिन खास तौर से बर्तनों की खरीदारी की जाती है। इस दिन बर्तन, चांदी खरीदने से इनमें 13 गुणा वृ्द्धि होने की संभावना होती है। इसके साथ ही इस दिन सूखे धनिया के बीज खरीद कर घर में रखना भी परिवार की धन संपदा में वृ्द्धि करता है। दीपावली के दिन इन बीजों को खेतों में लागाया जाता है ये बीज व्यक्ति की उन्नति व धन वृ्द्धि के प्रतीक होते है।
धनतेरस की विशेष बात यह है कि इस दिन चांदी या पीतल खरीदना चाहिए ,जो घर में स्वास्थ्य ,समृद्धि ,आरोग्य और सौभाग्य लाती है सोना नहीं खरीदें क्योंकि इस दिन सोना खरीदने से घर में चंचलता आ सकती है । बल्कि पुष्य नक्षत्र में खरीदे सोना की इस दिन विधिवत पूजा जा सकता है । इससे घर में लक्ष्मी का शुभ स्थायी वास होता है।
देवी लक्ष्मी जी का प्रतीक होता है झाडू। धनतेरस के दिन घर में नई झाडू लाने से घर की नकारात्मक ऊर्जा बाहर चली जाती हैं और साफ घर में लक्ष्मी जी प्रवेश करती हैं।