निर्जला एकादशीः इस व्रत को रखने से 24 एकादशियों का मिलता है पुण्य
निर्जला एकादशी का बहुत महत्व है क्योंकि इस एक एकादशी के व्रत से व्यक्ति को पूरे साल की 23 एकादशियों के पुण्य जितने फल की प्राप्ति होती है।
हिंदू धर्म में एकादशी व्रत महत्वपूर्ण स्थान रखता है और इस भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. एक साल में 24 एकादशी होती हैं, ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को निर्जला एकादशी कहते है इस व्रत मे पानी का पीना वर्जित होता है, इसिलिये इस निर्जला एकादशी भी कहते है।
निर्जला एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करें और एकादशी के सूर्योदय से लेकर द्वादशी के सूर्योदय तक अन्न व जल का त्याग करें। इस दिन दान दक्षिणा करना ना भूलें। जल से भरे घड़े को भी वस्त्र से ढककर उसका दान भी किया जाता है इस दिन ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का उच्चारण भी करना चाहिये।
कृपया ध्यान दें उपलब्ध सभी साम्रगी केवल पाठकों की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दी गई है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें।
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