करवाचौथ. कार्तिक महीने की कृष्णा पक्ष चतुर्थी पर आने वाले त्योहार को सुहागन होने के सौभाग्य के तौर पर देखा जाता है. इस दिन सुहागन अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत करती है.इस अवसर पर साज-श्रृंगार का महत्व बहुत बढ़ जाता है.जिसमे मेहँदी का बहुत महत्त्व होता है ,ऐसे में आपको भी अपनी मेहंदी को अच्छे से रचाना है तो ये टिप्स आपके काफी काम आ सकते हैं बाजार में आजकल मेहंदी के बने बनाए कोन मौजूद है. जहां तक हो सके इससे बचना चाहिए क्योंकि इसमें केमिकल्स की भरमार होती है. इससे बचने के लिए जरूरी है कि घर में ही मेहंदी का पेस्ट बनाएं और उसे कोन में भरे ,
1 सूखी हीना को चाय की पत्ती या कॉफी के पानी के साथ अच्छी तरह से घोल लें, ताकि इसमें गुठलियां न रह जाए।
2 अब इस घोल को प्लास्टिक के कोन में डालकर अपनी मनपसंद डिजाइन हथेलियों पर बनाएं
3 अगर सूखने के लिए अधिक इंतजार नहीं करना चाहतीं, तो अपनी हथेली को सावधानी पूर्वक गैस के करीब ले जाकर सेंक लगा लें।
4 इसके बाद जब मेहंदी पूरी तरह सूख जाए उस पर नींबू और चीनी के घोल को लगाएं।
5 मेहंदी का रंग गहरा चाहिए हो तो हथेलियों पर लौंग का धुंआ लगने दें।
6 अगर रात के समय मेहंदी लगा रहीं हैं, मेहंदी को रचाने के लिए मेहंदी सूखने के बाद हाथों में ढीले दस्ताने पहन ले 7 दस्ताने से आपके हाथों में गर्मी बनी रहे और रंग निखार के आएगा।
8 सुबह उठकर मेहंदी को रगड़कर निकालें, फिर इस पर तेल लगा लें।
9 मेहंदी लगाने के बाद इसका कलर डार्क करने के लिए मेहंदी लगे हाथों को पानी से दूर रखें. पानी के संपर्क में आने से मेहंदी का रंग फीका पड़ जाता है
(जहां तक हो सके मेहंदी को रात में ही लगाएं ताकि इसे सूखने के लिए जरूरी वक्त भी मिल जाए. अगर मेहंदी को सूखने के लिए कम से कम 12 घंटे या इससे ज्यादा का वक्त मिल जाए तो इससे मेहंदी काफी लंबे वक्त तक टिकी रहेगी.)