अलसी के बीज खाने के फायदे – benefits of flax seeds in Hindi
अलसी या तीसी एक रेशेदार फसल का पौधा है। इसके बीज का तेल निकाला जाता है। अलसी कम गंधयुक्त,पौष्टिक, मधुर, बलकारी , किंचित कफवात-कारक, पित्तनाशक, पचने में भारी, गरम, कामोद्दीपक, पीठ के दर्द ,सूजन कुष्ट रोग और साँस, गला की समस्या को मिटानेवाली कहा गया है।
जोड़ो के रोग और गठियारोग
अलसी के बीज में मौजूद ओमेगा 3 और फाइबर जोड़ो के रोग और गठियारोग को कम करने सहायक है।
अनिंद्रा
नींद न आने के समस्या में भी अलसी का प्रयोग लाभकारी है।
वजन कम
अलसी के सेवन से आपका वजन भी कम होता है। इसके बीज में म्यूसिलेज नाम का फाइबर होता है, जिसका सेवन करने से भूख में कमी आती है।
झुर्रियों की समस्या
अलसी में एंटी-ऑक्सीडेंट्स और फाइटोकैमिकल्स गुण पाए जाते हैं, जो बढ़ती उम्र में चेहरे की त्वचा को जवां बनाए रखते हैं, जिससे झुर्रियों की समस्या नहीं होतीं और हमारी त्वचा चमकदार बनी रहती है।
बैड -कोलेस्ट्रॉल को कम
यह आपके बैड -कोलेस्ट्रॉल को कम करता हैं, अलसी के बीज खाने से आपका कोलेस्ट्रॉल का लेवल 6 से 11 प्रतिशत तक कम हो सकता है। ओमेगा 3 से भरपूर अलसी के बीज रक्त प्रवाह को नियंत्रित कर हार्ट के खतरे को कम करता है।
कब्ज़
अलसी के बीज में मौजूद फाइबर पाचन शक्ति बढ़ाता है और कब्ज़ की समस्या को दूर करता है।
पेचिस और मूत्र संबंधी रोगों
गरम पानी में अलसी डालकर केवल बीजों का या इसके साथ एक तिहाई भाग मुलठी का चूर्ण मिलाकर काढ़ा बनाया जाता है, जो पेचिस और मूत्र संबंधी रोगों में उपयोगी होता है।
खांसी, और दमा
अलसी के बीजों को भूनकर शहद के साथ सुबह और शाम खाने से खांसी, और दमा में लाभ होता है।
हाथ पैरों का सुन्न पड़ना
अलसी के नियमित सेवन से कमर-दर्द,हाथ पैरों का सुन्न पड़ जाना आदि परेशनी दूर होती है।
पीरियड में होने वाली गड़बड़ी
अलसी लेडीज की पीरियड में होने वाली गड़बड़ी,हार्मोनल इम्बैलेंस को नियंत्रित करती है।
शुगर लेवल नियंत्रित
अलसी के बीज के नियमित सेवन से रक्त में शुगर लेवल नियंत्रित रहता है।
थायरॉइड में,पेशाब सम्बन्धी रोगो
थायरॉइड में,पेशाब सम्बन्धी रोगो (पेशाब में जलन ,पेशाब में खून या मवाद आना ,पेशाब करने में परेशानी होना) में भी अलसी उपयोगी है।