सिंघाड़े और सिंघाड़े के आटे – Singhare ka atta
जिन लोगों को गले के रोग, टॉन्सिल या खराश की तकलीफ रहती है, उन्हें अपने आहार में सिंघाड़े और सिंघाड़े के आटे का प्रयोग करना चाहिए, इसमें मौजूद आयोडीन गले के कष्ट दूर करता है।
कृपया ध्यान दें उपलब्ध सभी साम्रगी केवल पाठकों की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दी गई है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें।
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