बाजरे के गुण Health Benefits of Pearl Millet
- इसमें लेसिथिन और मिथियोनिन नामक अमीनो अम्ल होते हैं जो अतिरिक्त वसा को हटा कर कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करते हैं। बाजरे में मौजूद कैल्शियम, हड्डियों के लिए रामबाण औषधि है। बाजरे का किसी भी रूप में सेवन लाभकारी है।बाजरे में उपस्थित रसायन पाचन की प्रक्रिया को धीमा करते हैं और डायबिटीज़ में यह रक्त में शक्कर की मात्रा को नियन्त्रित करने में सहायक होता है।
- बाजरा खाने वाले को हड्डियों में कैल्शियम की कमी से पैदा होने वाला रोग और खून की कमी या एनीमिया नहीं होता।
- गेहूं और चावल के मुकाबले बाजरे में कई गुना शक्ति होती है। बाजरा लीवर से संबंधित रोगों को भी कम करता है।
- वरिष्ठ चिकित्साधिकारी मेजर डा. बी.पी. सिंह के अनुसार गर्भवती महिलाओं को कैल्शियम और आयरन की जगह बाजरे की रोटी और खिचड़ी दी जाये तो इससे उनके बच्चों को जन्म से लेकर पांच साल की उम्र तक कैल्शियम और आयरन की कमी से होने वाले रोग नहीं होते थे।
- अपितु बाजरे का सेवन करने वाली महिलाओं में प्रसव में असामान्य पीड़ा के मामले भी न के बराबर पाए गए।
- लीवर की सुरक्षा, माइग्रेन, उच्च रक्तचाप, हृदय की कमजोरी, अस्थमा से ग्रस्त लोगों तथा दूध पिलाने वाली माताओं में दूध की कमी के लिये यह टॉनिक का कार्य करता है।
- यदि बाजरे का नियमित रूप से सेवन किया जाय तो यह कुपोषण, क्षरण सम्बन्धी रोग और असमय वृद्ध होने की प्रक्रियाओं को दूर करता है।
- यह एंग्जायटी, डिप्रेशन और नींद न आने की बीमारियों में फायदेमन्द होता है।
कृपया ध्यान दें उपलब्ध सभी साम्रगी केवल पाठकों की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दी गई है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें।
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