कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के उपाय Coronavirus: Precautions, Prevention

1168
coronavirus corona virus symptoms and precautions
corona virus corona virus symptoms and precautions

चीन से शुरू हुआ कोरोना वायरस ( Coronavirus ) दुनियाभर में फैलता जा रहा है। घातक कोरोना वायरस की चपेट में थाईलैंड, हांगकांग, यूरोप और भारत भी आ गए हैं। ये वायरस एक इंसान से दूसरे इंसान में तेजी से फैल रहा है। हर दिन इस वायरस की चपेट में आने वालों की संख्या हजारों में बढ़ रही है। इस वायरस से प्रभावित एक मरीज की पुष्टि भारत में भी की जा चुकी है। इस बीच भारत सरकार के आयुष मंत्रालय (Ayush) ने एडवाइजरी साझा की है,जिसमे आयुर्वेदिक परंपराओं के अनुसार, रोकथाम प्रबंधन के लिए निम्नलिखित उपाय सुझाए गए हैं।

आयुर्वेदिक परंपराओं के अनुसार कोरोना वायरस से बचने के उपाय (Coronavirus: Precautions, Prevention)

  • व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखें।
  • साबुन और पानी से अपने हाथों को कम से कम 20 सेकैंड तक धोएं।
  • कम से कम 20 सेकंड के लिए अपने हाथों को अक्सर साबुन और पानी से धोएं।
  • शदांग पनिया मुस्ता, परपाट, उशीर, चंदन, उडिच्य़ा और नागर (Musta, Parpat, Usheer, Chandan,Udeechya & Nagar) प्रसंस्कृत पानी (1 लीटर पानी में 10 ग्राम पाउडर डाल कर उबालें, जब तक यह आधा तक कम न हो जाए) पी लें। इसे एक बोतल में स्टोर करें और प्यास लगने पर पिएं।
  • बिना धोए हाथों से अपनी आँखें, नाक और मुँह छूने से बचें।
  • जो लोग बीमार हैं उनसे निकट संपर्क से बचें।
  • बीमार होने पर घर पर रहें।
  • खांसी या छींक के दौरान अपना चेहरा ढंक लें और खांसने या छींकने के बाद अपने हाथों को धो लें।
  • अक्सर छुई गए वस्तुओं और सतहों को साफ करें।
  • संक्रमण से बचने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर यात्रा करते समय या काम करते समय एक एन95 मास्क का उपयोग करें।
  • यदि आपको कोरोना वायरल संक्रमण का संदेह है, तो मास्क पहनें और तुरंत अपने नजदीकी अस्पताल से संपर्क करें।
  • आयुर्वेदिक प्रथाओं के अनुसार रोगनिरोधी उपाय / इम्यूनोमॉड्यूलेटरी ड्रग्स।
  • स्वस्थ आहार और जीवन शैली के माध्यम से प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए उपाय किए जाएंगे।
  • अगस्त्य हरितकी 5 ग्राम, दिन में दो बार गर्म पानी के साथ।
  • शेषमणि वटी 500 मिलीग्राम दिन में दो बार।
  • त्रिकटु (पिप्पली, मारीच और शुंठी) पाउडर 5 ग्राम और तुलसी 3-5 पत्तियां (1-लीटर पानी में उबालें, जब तक यह ½ लीटर तक कम नहीं हो जाता है और इसे एक बोतल में रख लें) इसे आवश्यकतानुसार और जब चाहे तब घूंट में लेते रहें।
  • प्रतिमार्स नास्य : प्रत्येक नथुने में प्रतिदिन सुबह अनु तेल / तिल के तेल की दो बूंदें डालें।
इसे भी पढ़ेंः    नवरात्र व्रत में यदि आप 9 दिन के व्रत रखे तो इन बातों का रखे ख्याल।

कोरोनावायरस से बचाव के ल‍िए होमियोपैथी दवा (Homeopathic Medicine For Coronavirus)

  • होमियोपैथी दवा आर्सेनिकम एल्बम 30 (Homoeopathy Medicine Arsenicum Album 30) को कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ रोगनिरोधी दवा के रूप में अपनाया जा सकता है, जिसे आईएलआई की रोकथाम के लिए भी सुझाया गया है। इसने आर्सेनिकम एल्बम 30 की एक डोज की सिफारिश की है, जो प्रतिदिन खाली पेट में तीन दिनों के लिए इस्तेमाल की जाती है। खुराक को एक महीने के बाद दोहराया जाना चाहिए ताकि समुदाय में प्रबल होने वाले कोरोना वायरस संक्रमण के उसी शेड्यूल का पालन किया जा सके।

    COVID-19 arsenicum album 30
    COVID-19 arsenicum album 30

   * यह सलाह केवल सूचना के लिए है और इसे केवल पंजीकृत आयुर्वेद चिकित्सकों के परामर्श से अपनाया जाएगा।

Source – https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1600895

कृपया ध्यान दें उपलब्ध सभी साम्रगी केवल पाठकों की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दी गई है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। Read More