कौन कौन से विटामिन और मिनरल ज़रूरी हैं बच्चों के लिए, जरूर जाने।
बच्चों का स्वास्थ्य और उनके लिए ज़रूरी आहार माता–पिता की चिंता का मुख्य कारण है। सेहतमंद रहने के लिये विटामिन बहुत जरूरी हैं। आँखों की रोशनी के लिये, माँसपेशियों की मजबूती के लिये, हड्डियों के संवर्द्धन और रक्त में कैल्शियम के स्तर को बनाये रखने के लिये जिस विटामिन की नितांत आवश्यकता होती है।
बच्चों के विकास और उनकी इम्युनिटी को बढ़ाने के लिए पौष्टिक तत्वों का सेवन बेहद ज़रूरी है। ऐसे में इन पर्दार्थो के सेवन से बच्चा स्वस्थ भी रहेगा और खुश भी, ऐसे में उन्हें स्वस्थ रहने के लिए पर्याप्त विटामिन और मिनरल की ज़रूरत पड़ती है।
बच्चों के लिए कौन कौन से विटामिन और मिनरल ज़रूरी हैं, आइये जाने।
विटामिन A
विटामिन A बच्चों के विकास के लिए बहुत आवश्यक है, विटामिन ए एक एंटी ऑक्सीडेंट की तरह कार्य करती है। इस कारण यह कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स के हानिकारक प्रभावों से बचाते हैं। इसके अलावा यह हड्डियों और अन्य शारीरिक जरूरतों को भी पूरा करती है। यह त्वचा और आँखों को स्वस्थ बनाये रखता है। बच्चों की इम्युनिटी कमजोर होती है, उसे बढ़ाने के लिए बच्चों को विटामिन A से युक्त प्रदार्थों का सेवन करना चाहिए। यह स्वस्थ त्वचा और ऊत्तकों के विकास करता है। साग, गाजर, हरी सब्जियाँ, शकरकंद, मकई के दाने, अंडे, मक्खन, दूध, टमाटर, मछली, कक्कू, ब्रोकली आदि में विटामिन ए प्रचुर मात्रा में पायी जाती है।
विटामिन B
विटामिन बी जैसे बी2, बी3, बी6, and बी12 बच्चों के साथ साथ बड़ों के चयापचय के लिए भी बहुत आवश्यक है। यह मस्तिष्क, रीढ़ की हड्डी और नसों के कुछ तत्वों की रचना में भी सहायक होता है। यह मस्तिष्क, रीढ़ की हड्डी और नसों के कुछ तत्वों की रचना में भी सहायक होता है। विटामिन बी1 का अच्छा स्रोत गेहूँ, संतरे, हरे मटर, खमीर, अंडे, चावल, मूँगफली, हरी सब्जियाँ, अंकुर वाले बीज होते हैं। विटामिन बी2 का अच्छा स्रोत मछ्ली, चावल, मटर, दाल, खमीर, अंडे की ज़र्दी होते हैं। विटामिन बी3 का अच्छा स्रोत दूध, मेवा, अखरोट, अंडे की ज़र्दी होते हैं। विटामिन बी6 का अच्छा स्रोत खमीर, चावल, मटर, गेहूँ, मछ्ली, अंडे की ज़र्दी होते हैं। विटामिन बी12 का अच्छा स्रोत अंडे, मांस, मछ्ली होते हैं
विटामिन C
विटामिन C बच्चों की इम्युनिटी को बढ़ाने में बहुत सहायक है। इसकी कमी से बच्चे जल्दी बीमार पड़ सकते है। विटामिन सी के सेवन से सर्दी, जुकाम, बुखार आदि अनेक प्रकार की समस्याएं समाप्त हो जाती हैं। विटामिन-सी का मुख्य कार्य हमारे शरीर के कोलाजन, जो कि एक प्रकार का प्रोटीन होता है के निर्माण व इसके सुचारू रूप से कार्य करने में सहायता प्रदान करना होता है। विटामिन C खट्टे फलों जैसे नीबू, संतरा, नारंगी, स्ट्रॉबेरीज , आंवला, कीवी , टमाटर, अमरूद, अंगूर, सेब, बेर और हरी सब्जियों में पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है इसलिए बच्चों को इनका अधिक से अधिक सेवन करना चाहिए।
विटामिन D
बच्चों के लिए सबसे जरूरी है विटामिन D। यह कैल्शियम और फास्फोरस को शरीर में पहुंचाने में मदद करता है जो बच्चों के विकास के लिए बहुत आवश्यक है। विटामिन डी हड्डियों को मजबूती प्रदान करती हैं, और अगर बच्चे में विटामिन D की कमी हो तो उन्हें रिकेट्स जैसी बीमारी हो सकती है। यह शरीर में कैल्शियम के अवशोषण / absorption के लिए जरुरी हैं। कैंसर की रोकथाम के लिए जरुरी हैं। विटामिन डी की गम्भीर कमी बच्चों के सिर की खोपड़ी या पैरों की हड्डी पर भी असर डालती हैं। विटामिन D प्राप्त करने का सबसे अच्छा तरीका है सूरज की किरणों को ग्रहण करना। अपने बच्चे को सूरज की किरणों को प्राप्त करने दें, सूरज की किरणों के अलावा दूध, डेरी उत्पाद जैसे दही-चीझ, मशरूम, मछली, अंडा, कॉड लिवर ऑइल आदि का सेवन करे। विटामिन डी फोर्टीफाईड आहार जैसे ब्रेड, सोयामिल्क, दूध, पनीर भी ले सकते हैं।
प्रोटीन
शरीर में हर कोशिका प्रोटीन से बना है, जो स्वस्थ विकास और विकास के लिए आवश्यक प्रमुख पोषक तत्व बनाती है। प्रोटीन सेम, नट्स, सब्जियां, और अनाज में भी होता है। इन प्रोटीन युक्त खाद्य विचारों के साथ अपने बच्चों के पोषण को बढ़ावा दें, प्रोटीन के लिए किशमिश, केले, सेब या सूखे क्रैनबेरी, नट (सोया नट्स या मूंगफली) और उच्च फाइबर अनाज जैसे सूखे फलों के मिश्रण का प्रयोग करे।
कैल्शियम
कैल्शियम सुपर पोषक तत्व है जो मजबूत हड्डियों और दांत बनाने में मदद करता है। हड्डियों के निर्माण के दौरान बढ़ते वर्षों में यह सबसे महत्वपूर्ण है। दूध, पनीर,दही इत्यादि में कैल्शियम भरपूर होता है इसलिए ही बच्चों के लिए दूध और दूध से बने खाद्य पर्दार्थों का सेवन जरूरी माना जाता है।
आयरन
आयरन खून के लिए एक महत्वपूर्ण खनीज है, बच्चों के आहार में आयरन की कमी होती है, यह एक आवश्यक खनिज है, जो रक्त में ऑक्सीजन लेता है और बच्चों को सक्रिय रखने में मदद करता है। इसकी कमी से बच्चों में कई रोग होने की संभावना रहती है जैसे खून की कमी व अनीमिया। बीन्स, पालक, अंडा, हरी पत्तेदार सब्जी, आयरन के अच्छे स्त्रोत हैं।
बच्चों के विकास और उनकी इम्युनिटी को बढ़ाने के लिए पौष्टिक तत्वों का सेवन बेहद ज़रूरी है। ऐसे में इन पर्दार्थो के सेवन से बच्चा स्वस्थ भी रहेगा और खुश भी।
कृपया इस बात का भी खास ख़याल रखें की शरीर को उतना ही विटामिन दें जितना शरीर के लिये आवश्यक है, ज्यादा विटामिन भी आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है ।