इस बार करवा चौथ Karva Chauth 2021 व्रत 24 अक्टूबर को पड़ रहा है, हिन्दू कैलेंडर के अनुसार करवा चौथ का व्रत सुहागिनों के लिए सबसे महत्वपूर्ण व्रत माना गया है, यह व्रत सुहागिनें अपने पति की लंबी उम्र और खुशहाल दांपत्य जीवन के लिए निर्जला यानी बिना अन्न और जल का व्रत रखती हैं, करवा चौथ का यह व्रत कार्तिक मास की कृष्ण चतुर्थी को मनाया जाता है, इस दिन महिलाएं पूरे दिन व्रत रखकर रात में चांद दिखते ही अर्घ्य देकर अपना व्रत खोलती हैं।
सरगी करवा चौथ के व्रत का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होती है। व्रत शुरू होने से पहले सास आपनी बहू को कुछ मिठाइयां और कपड़े और श्रृंगार का सामान देती हैं। करवा चौथ के दिन सूर्योदय होने से पहले सुबह लगभग चार बजे के आस-पास महिलाएं इस सरगी को खाकर अपने व्रत की शुरुवात करें।
सरगी में हल्की चीजे ही खाये जैसे फल, सादे आटे की बनी चीजें, हो सके तो इस दौरान दही, पनीर और दूध से बनी चीजें खाएं, आप सरगी में मेवे भी खा सकते है, इससे आपके शरीर को काफी मात्रा में पोषण पहुंच जाएगा और आपको सारे दिन ऊर्जा मिलती रहेगी। मसालेदार और ज्यादा तली-भुनी चीजें खाने से परहेज करें। इनसे बाद में खाली पेट रहने से एसिडिटी हो सकती है। याद रहे मीठी चीज खाने से भूख जल्दी लगती है
करवा चौथ की पूजा के लिए आस-पास की सभी महिलाएं एक जगह मिलकर व्रत कथा सुनती हैं और पूजा करती हैं। ऐसे में पूजा के समय करवा चौथ के गीत और भजन गाना चाहिए।
उपवास वाले दिन महिलाओं को किसी अन्य व्यक्ति को दूध, दही, चावल और सफेद कपड़ा नहीं देने चाहिए। करवा चौथ वाले दिन महिलाओं को अपने से बड़ी उम्र की किसी भी बुजुर्ग महिलाओं का अपमान नहीं करना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है।
चांद देखने से पहले महिलाओं को मां गौरी की पूजा करना नहीं भूलना चाहिए। पूजा अर्चना करने के बाद मां को पूरी और हलवा का प्रसाद जरूर अर्पित करना चाहिए।
व्रत खोलते वक्त भी खाने पीने का खास ध्यान रखे, चाय या कॉफी जैसी कैफीन युक्त चीजें न लें। खाली पेट तैलीय चीजें न खाएं। तेल एसिडिटी कर सकता है, खाने में दही लें, यह खाना पचाने में मदद करती हैं।
Karwa Chauth 2021 Shubh Muhurat
करवा चौथ पूजा मुहूर्त = शाम 7 बजे से लगभग 9 बजे तक
अवधि = 2 घण्टा
करवा चौथ के दिन चन्द्रोदय = चंद्रोदय रात 08 बजकर 11 मिनट
दिल्ली व आसपास 08 बजकर 06 मिनट – 08 बजकर 15 मिनट