चैत्र नवरात्रि 2 अप्रैल 2022 शनिवार
नवरात्रि उत्सव के शुभ मुहूर्त
चैत्र शुक्ल प्रतिपदा इस वर्ष 2 अप्रैल 2022 को हिन्दू नव वर्ष 2079 विक्रम सम्वत है
इसी दिन चैत्र नवरात्रि 2 अप्रैल 2022 से आरम्भ है। चैत्र नवरात्रि हिन्दू धर्म में विशेष महत्व रखते है ,इसमें 9 दिनों तक माता दुर्गा के अलग अलग रूपों की पूजा की जाती है। चैत्र नवरात्रि चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से आरम्भ होती है जो की इस बार 2 अप्रैल 2022 से आरम्भ है और 11 अप्रैल को समाप्त है। इस दिन नव सम्वत भी मनाया जाता है पुराण कथा के अनुसार इस दिन सृष्टि क रचना आरम्भ की गई थी । इसकी शुरुआत महाराज विक्रमादित्य ने की थी इसकी गणना अंग्रेजी कैलेंडर सॅ 57 वर्ष आगे है अर्थात 2022 +57 =2079 .व्यवसायी लोग अपने बही खातों की पूजा करते है , और नये खाते आज के दिन से ही शुरू करते है। कोई भी शुभ कार्य इसी दिन से आरम्भ करते है।
कलश स्थापना महूर्त
सुबह 6:10 से 8 :31 बजे तक
अभिजीत कलश स्थापना महूर्त
12:00 बजे से 12:50 बजे तक
मां दुर्गा का घट-स्थापना का मुहूर्त
नवरात्रों में सबसे अहम माता की चौकी होती है. जिसे शुभ मुहूर्त देखकर लगाया जाता है. माता की चौकी लगाना के लिए भक्तों के पास 2 अप्रैल को सुबह 06 बजकर 10 मिनट से लेकर 08 बजकर 31 मिनट तक का समय है.
नवरात्र में मां के 9 रूपों की पूजा होती है.नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना करते हुए उनके लिए व्रत रखा जाता है. अधिकांश लोग पूरे 9 दिन तक व्रत करते हैं , जो इस प्रकार है–
2 अप्रैल 2022 : मां शैलपुत्री की पूजा
3 अप्रैल 2022 : मां ब्रह्मचारिणी की पूजा
4 अप्रैल 2022 : मां चन्द्रघंटा की पूजा
5 अप्रैल 2022 : मां कूष्मांडा की पूजा
6 अप्रैल 2022 : मां स्कंदमाता की पूजा
7 अप्रैल 2022: मां कात्यायनी की पूजा
8 अप्रैल 2022: मां कालरात्रि की पूजा
9 अप्रैल 2022: मां महागौरी की पूजा
10 अप्रैल 2022 : मां सिद्धदात्री की पूजा
11अप्रैल 2022 :नवरात्री पारण