नेत्र ज्योति मुद्रा
- सबसे पहले, आराम से बैठें।
- अपनी तर्जनी उँगली को मोड़ ले।
- अब इसे अँगूठे के मूल में लगा ले।
- बाकि सभी उँगलियाँ सीधी रखे।
- प्रातः सांय 15-15 मिनट इस के नियमित अभ्यास से लाभ होता है।
- आप इस मुद्रा के दिन में ४ से ६ बार के अभ्यास से आँखों के अनेक रोगो से मुक्ति पा सकते है।
- आँखों की ज्योति बढ़ाने वाली योग मुद्राएँँ।
नेत्र ज्योति मुद्रा के लाभ :-
- आँखों के अनेक रोगो में इस मुद्रा के अभ्यास से लाभ मिलता है।
- आँखों में जाला आ जाना , कम दिखना
- आखों की रौशनी बढ़ाने वाली लाभकारी मुद्रा।
- जिन छोटे बच्चों को चश्मा लग जाये, नेत्र ज्योति मुद्रा से चश्मा उतर जाता है।
- इसके आलावा आँख का फूल जाना आदि रोगों में यह मुद्रा लाभ पहुँचाती है
कृपया ध्यान दें उपलब्ध सभी साम्रगी केवल पाठकों की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दी गई है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें।
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