टॉन्सिल की समस्या होने पर एक गिलास गर्म पानी में चुटकी भर फिटकरी, चुटकी भर हल्दी चूर्ण और एक चम्मच नमक डालकर गरारे करें. इससे टॉन्सिल की समस्या में जल्दी आराम मिलता है।
– फिटकरी एंटीबैक्टीरियल और एस्ट्रिजेंट तत्व होने की वजह से यह दंत रोग को दूर कर सकती है,इसे माउथवॉश की तरह भी प्रयोग की जा सकती है।
फिटकरी को गर्म पानी में घोलकर प्रतिदिन सुबह-शाम कुछ दिनों तक लगातार कुल्ला करने से दाँतों के कीड़े ख़त्म हो जाते हैं व मुँह की बदबू दूर हो जाती है।
फिटकरी और काली मिर्च पीसकर दांतों की जड़ों में मलने से दांतों की दर्द में लाभ होते है।
100 ग्राम फिटकरी के चूर्ण में 50 ग्राम सैंधा नमक मिलाकर मंजन बना लें. इस मंजन के प्रतिदिन प्रयोग से दाँतों के दर्द में आराम मिलता है।
यूरीन इंफेक्शन हो जाने पर भी फिटकरी का पानी पीने से बहुत लाभ मिलता है , इससे यूरीन ट्रैक इंफेक्शन में बहुत लाभ मिलता है। यदि फिटकरी के पानी से प्राइवेट पार्ट की प्रतिदिन सफाई की जाये तो इंफेक्शन का खतरा कम हो जाता है।
आँखों के रोग होने पर पानी में फिटकरी गोलकार दिन में 3-4 बार छींटे मारें ,आँखों के रोगों से मुक्ति मिलेगी।
फिटकरी को चोट या घाव लगने पर इस्तमाल करें। फिटकरी का पानी लगाने से घाव से खून बहना बंद हो जाएगा।
दाढ़ी बनाने के बाद इसे चेहरे पर रगड़ने से छिले-कटा चेहरा ठीक हो जाता है।